रायबरेली में कमल खिला तो डबल इंजन की सरकार करेगी विकास : बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह
RAI BARELY। रायबरेली में लोकसभा चुनाव का महासंग्राम अपने उफान पर है जहां पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर तंज कसते हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह लगातार गठबंधन की सरकार कांग्रेस और सपा को आड़े हाथ लेते हुए जमकर निशाना साधा।तो वही कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी के प्रचार प्रसार में जुटी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला।दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी एक दूसरे पर तंज कसते हुए दिखाई दे रहे हैं। जहां इसी कड़ी में आज भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने एक प्रेस वार्ता रखी और प्रेस वार्ता में मीडिया से रूबरू होते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कांग्रेस की सरकार और बीजेपी की सरकार में बड़ा अंतर है सांसद रहते हुए भी सोनिया गांधी कभी रायबरेली नहीं आई । साढ़े चार साल बीत गए जब रायबरेली में सोनिया गांधी को आना था तो राज्यसभा चली गई अपने बेटे को रायबरेली से प्रत्याशी बनाकर उतारा। भाई का प्रचार उनकी बहन प्रियंका गांधी कर रही है। सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा जो की अमेठी से चुनाव लड़ रहे हैं और तो और प्रियंका गांधी और अब राहुल गांधी भाई-बहन रायबरेली से हैं जहां उनका प्रचार प्रियंका गांधी कर रही है हालांकि उन्हें रायबरेली के बारे में कुछ भी नहीं पता। बेमन बेमन जैसा चेहरा दिख रहा है प्रियंका गांधी का_ दिनेश प्रताप सिंह।
वही दिनेश प्रताप सिंह अपनी सरकार का बखान करते हुए बताया अगर जनता ने प्यार और आशीर्वाद दिया तो डबल इंजन की सरकार जनपद वासियों के लिए विकास और काम करेगी। इन 10 सालों में सरकार ने अपने संकल्प पत्र में जो भी दिया है वह करके जरूर साबित करेगी।खास तौर पर अगर रायबरेली की बात कर ली जाए तो गंगा एक्सप्रेस वे प्रयागराज हाईवे लखनऊ हाईवे एम्स उद्यान समस्त ऐसे डिजिटल कार्यों को भाजपा ने रायबरेली जनपद वासियों के लिए खास तौर पर एक तोहफा और काम करने का मौजूदा संकल्प लिया है। जिसे वह कर रही है और लगातार भाजपा सरकार करती रहेगी।फिलहाल 20 मई को मतदान होना है और 4 जून को मतगणना अब देखना है कि सरकार किसकी बनती है।हालांकि 12 मई को गृहमंत्री अमित शाह रायबरेली के दौरे पर हैं जिसको लेकर भाजपा के दिग्गज नेता एवं पदाधिकारी उनके आने की तैयारी में जुट गए हैं। फिलहाल पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर तंज कसते हुए दिखाई दे रहे हैं।अब देखना है सोनिया गांधी के घर को क्या बीजेपी भेदने का काम कर पाएगी या तो 4 जून का समय ही तय करेगा।