लाखो की लागत से बना,एमआरएफ सेंटर नकटा नदी की भेंट चढ़ने को तैयार
बढ़ापुर: स्थानीय पंचायत प्रशासन द्वारा बीते दो वर्षों पहले नकटा नदी के समीप बनाया गया एमआरएफ सेंटर नकटा नदी की भेंट चढ़ने को तैयार है। जिस कारण करीब एक करोड़ रुपए की यह लागत नदी में समाने को तैयार है। यदि प्रशासन द्वारा समय रहते इसके लिये कोई पुख्ता इंतजाम नही हो पाया तो एमआरएफ सेंटर में लगा यह सरकारी धन नकटा नदी में बह जाएगा।
बीते एक सप्ताह पहले लगातार दो दिनों तक पहाड़ी एवं मैदानी इलाकों में हुई मूसलाधार वर्षा ने नकटा नदी का जलस्तर बढ़ा दिया था। जिस कारण नकटा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए खसरा नं 144 मि0 में जमकर कटान किया था। बताते चले कि जिस स्थान पर नकटा नदी द्वारा भारी कटान किया गया था उसके समीप ही स्थानीय पंचायत प्रशासन द्वारा बीते करीब दो वर्ष पहले लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से एक एमआरएफ सेंटर का निर्माण कार्य कराया गया था। नकटा नदी के भारी कटान के कारण यह एमआरएफ सेंटर अब नदी की भेंट चढ़ने को तैयार है। वर्षाकाल में इन इलाकों में होने वाली भीषण वर्षा नदी के जलस्तर को कई गुना बढ़ा देती है जिस कारण यदि समय रहते प्रशासन द्वारा इस औऱ ध्यान नही दिया गया तो करोड़ो रूपये की यह लागत वर्षाकाल में नदी में बहती हुई दिखाई देगी। इसी कारण आमजन का कहना है कि प्रशासन को नकटा नदी के इस कटान को रोकने के लिये वर्षाकाल से पहले तटबंध बनाये जाने अति आवश्यक है। इस सम्बंध में जब अधिशासी अधिकारी संदीप सक्सेना से फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना भी गंवारा नही किया।
इस बाबत जब उपजिलाधिकारी नगीना अवनीश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नही था। यदि इस प्रकार का कोई मामला है तो इसके लिये वह ठोस कदम उठायेंगे साथ ही नदी के कटान को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करायेगें।