बिजनौरी साहित्यकार डॉ0 जितेन्द्र जीतू को भोपाल में लघुकथा आलोचना का प्रतिष्ठित सम्मान मिला
मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे ने सम्मानित किया
भोपाल। लघुकथा शोध केंद्र, भोपाल द्वारा वनमाली सृजन पीठ, भोपाल तथा रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में इस वर्ष का लघुकथा आलोचना के क्षेत्र में ‘आचार्य जगदीश चंद्र मिश्र आलोचना सम्मान’ डॉ. जितेन्द्र जीतू, बिजनौर, उत्तर प्रदेश को प्रदान किया गया।
भोपाल में आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा अधिवेशन में दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय, भोपाल के राज सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में बिजनौर के वरिष्ठ साहित्यकार जितेन्द्र जीतू को यह सम्मान गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्विद्यालय, भोपाल के कुलाधिपति और वनमाली सृजन पीठ, भोपाल के निदेशक साहित्यकार संतोष चौबे तथा मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे के कर-कमलों द्वारा शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल, अभिनंदन-पत्र, स्मृति चिन्ह व मान देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अगले चरण में जितेन्द्र जीतू ने ‘शोध के विभिन्न आयाम’ विषय पर बतौर अतिथि अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
लघुकथा आलोचना पर दो पुस्तकों व अनेक लेखों सहित डॉ0 जितेन्द्र जीतू की विभिन्न विधाओं में अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे “समकालीन लघुकथा का सौंदर्यशास्त्र और समाजशास्त्रीय सौंदर्यबोध” विषय पर शोध प्रस्तुत कर चुके हैं।
पूरे दिन चले इस कार्यक्रम में सम्पूर्ण देश से अनेक साहित्यकार और लघुकथा विशेषज्ञ उपस्थित रहे जिनमें डॉ पुरुषोत्तम दुबे, अशोक भाटिया, कपिल शास्त्री, मुकेश वर्मा, डॉ प्रबोध कुमार गोविल, मिथिलेश अवस्थी, गिरीश पंकज, योगेन्द्रनाथ शुक्ल, सतीश राठी, विनय राजाराम, सुभाष नीरव, शील कौशिक, सूर्यकांत नागर, कांता राय, राधेश्याम भारतीय, डॉ ध्रुव कुमार आदि रहे। कार्यक्रम में उत्कृष्ट साहित्यिक अवदानों हेतु विद्वानों को सम्मानित किया गया।