विशाल भटनागर/मेरठ. दीपावली के अवसर पर देखने को मिल रहा है कि हर कोई अपने घर को सजाते हुए बच्चों के लिए तरह-तरह के गिफ्ट ला रहा है, ताकि इस फेस्टिवल को धूमधाम से मनाया जा सके. वहीं, मेरठ के लोहिया नगर स्थित बृजमोहन फॉर ब्लाइंड स्कूल में अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. जहां पर दृष्टि बाधित बच्चों के जीवन में भी दिवाली पर उजाला रहे, उसको लेकर विशेष रूप से तैयारी की जा रही है. दरअसल इस स्कूल में पिछले कई वर्षों से प्रवीण कुमार शर्मा अपने बेटे वैभव शर्मा और अन्य परिवार के सदस्यों के साथ दृष्टि बाधित बच्चों का भविष्य सुधारने में लगे हुए हैं.
ब्लाइंड स्कूल में बतौर प्रिंसिपल कमान संभाल रहे प्रवीण कुमार शर्मा ने बताया कि मैंने एक घटना के बाद ब्लाइंड बच्चों की सेवा करनी शुरू की थी. साल 2012 में स्वामी सत्यानंद ट्रस्ट फॉर हैंडीकैप्ड इंडिया से जुड़ गया और धीरे-धीरे शहर वासियों का सहयोग मिला. अब वह अपनी पत्नी उपासना शर्मा, बेटा वैभव और अन्य लोगों के साथ बच्चों को पढ़ाने में लगे हुए हैं. इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश का यह पहला हाईटेक स्कूल लोहिया नगर में संचालित किया जा रहा है, जो कि दानवीरों के माध्यम से ही संचालित होता है. इसमें आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाता है. साथ ही हॉस्टल से लेकर नए सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध हैं. यहां सभी धर्म के बच्चे शिक्षा हासिल करते हैं.
हर प्रकार की मिलती है बच्चों को सुविधा
वैभव शर्मा ने बताया कि स्कूल में सभी धर्म के बच्चों को शिक्षा दी जाती है. परिवार के सदस्य बच्चों को यहां छोड़ जाते हैं. इसके बाद उनके रहन सहन और पढ़ने से लेकर हर प्रकार की देखभाल उनके द्वारा ही की जाती है. इस काम के लिए परिवार से कोई भी धनराशि नहीं ली जाती है. सभी प्रकार की सुविधा निशुल्क भी प्रदान की जाती है. बता दें कि वर्तमान समय में विभिन्न धर्म के लगभग 42 बच्चे इस स्कूल में अध्ययन कर रहे हैं. प्रवीण शर्मा साल 2012 में फार्मा कंपनी की नौकरी छोड़कर इन बच्चों की सेवा के लिए स्कूल से जुड़ गए थे.
.
Tags: Diwali, Local18, Meerut news, UP news
FIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 15:16 IST