दिल्ली के तिहाड़ जेल में कैद दिल्ली के पूर्व वरिष्ठ मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. दरअसल केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के सूत्र की अगर बात करें तो जेल में कैद महाठग सुकेश चंद्रशेखर के द्वारा लगाए गए आरोप से जुड़े मामले की तफ्तीश के लिए सीबीआई की टीम ने दिल्ली के उपराज्यपाल से अनुमति मांगी है. इसके लिए सीबीआई द्वारा उपराज्यपाल के दफ्तर में सीबीआई ने खत लिखकर सत्येंद्र जैन के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज करने से पहले कानूनी तौर पर जवाब मांगा गया है.
जांच एजेंसी द्वारा सतेंद्र जैन सहित कई अन्य आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधित मामले में एफआईआर दर्ज करना चाहती है. सूत्रों की अगर मानें तो सीबीआई द्वारा भेजा गए खत दिल्ली के उपराज्यपाल के दफ्तर में अधिकारी को प्राप्त हो चुका है. दरअसल, जेल में कैद रहने के दौरान महाठग सुकेश चंद्रशेखर द्वारा उस वक्त के तत्कालीन जेल मंत्री सतेंद्र जैन पर प्रोटेक्शन मनी के तौर करोड़ों रुपए की मांग करने और करोड़ों रुपये प्राप्त करने का आरोप लगाया था.
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लिहाजा इस मामले की शुरुआती तफ्तीश करने के बाद अब उस मामले में आगे की तफ्तीश के लिए सीबीआई कार्रवाई करना चाहती है और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की तफ्तीश करना चाहती है. इसलिए जांच एजेंसी द्वारा दिल्ली के उपराज्यपाल से अनुमति मांगी गई है.
ईडी के बाद सीबीआई के द्वारा दर्ज होने वाले मामले में भी हो सकती है गिरफ्तारी
सत्येन्द्र जैन पिछले कई महीनों से तिहाड़ जेल में कैद है. पिछले साल 2022 मई महीने में जांच एजेंसी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था. दरअसल वह मामला हवाला के मार्फत संदिग्ध तौर पर करोड़ों रुपये के लेनदेन से जुड़ा हुआ है. उसी मामले में सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया था. जांच एजेंसी के द्वारा अगर एक और मामला दर्ज किया जाएगा तो निश्चित तौर पर उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि हो सकता है की ईडी मामले में जब वो जेल से बाहर आएंगे तो बाद में इस सीबीआई के द्वारा नए दर्ज होने वाले मामले में फिर से गिरफ्तारी होने की भी संभावना है.
सीबीआई के सूत्र के मुताबिक, सुरेश चंद्रशेखर के द्वारा दर्ज बयान की अगर मानें तो सुकेश से ही मात्र यह करीब 10 करोड़ से ज्यादा रुपये के प्रोटेक्शन मनी के तौर पर मांगा गया था. हालांकि उसके आरोप के मुताबिक, उसके जैसे कई अन्य कैदियों से प्रोटेक्शन मनी के तौर पर करोड़ों रुपये की उगाही का यह मामला है. ये 10 करोड़ का आंकड़ा शुरुआती तौर पर जांच के रडार पर आया है, हालांकि ये प्रोटेक्शन मनी सहित मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला और ज्यादा बढ़ सकता है. सीबीआई के बाद इसी मामले में ईडी की भी एंट्री हो सकती है. आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने तो एक खत लिखकर ये भी आरोप लगाया था कि उसे राज्यसभा का सांसद बनाने के लिए उससे 50 करोड़ रुपये की घूस की डिमांड की गई थी. जो अपने आप में बहुत बड़ा आरोप था, लेकिन उस तमाम आरोपों की विस्तार से जांच एजेंसी के द्वारा तफ्तीश की जाएगी.
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तिहाड़ जेल के कई वरिष्ठ अधिकारी भी आ जाए हैं जांच एजेंसी के रडार पर
जांच एजेंसी द्वारा इसी मामले में तिहाड़ जेल के तत्कालीन सुपरिटेंडेंट रहें राजकुमार के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी है, लिहाजा राजकुमार सहित कई ऐसे कर्मचारी और अधिकारी जिसका नाम सुकेश चंद्रशेखर द्वारा लिया गया था. उसके खिलाफ तफ्तीश की कार्रवाई की जा सकती है. जांच एजेंसी द्वारा भेजे गए खत में राजकुमार सहित कई अधिकारियों के बारे में अनुमति मांगी गई है. आरोपी सुरेश चंद्रशेखर के द्वारा तिहाड़ जेल प्रशासन और मंत्री के खिलाफ जेल में रहने के दौरान ही अपने वकील के मार्फत कई बार लिखित तौर पर खत लिखता रहा है और अपनी शिकायत कभी दिल्ली के उप राज्यपाल तो कभी जांच एजेंसी से भी अपील करता रहा है. लिहाजा उन तमाम मामलों पर जल्द ही सीबीआई एक्शन ले सकती है.
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Tags: Satyendra jain, Tihar jail
FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 15:14 IST