प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारतीय रेलवे में अभूतपूर्व बदलाव देखा जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी की पहल में देश में रेलवे का ना केवल विकास हुआ, बल्कि लोगों को रोज़गार देने में भी रेलवे महती भूमिका निभा रही है. रेलवे को मजबूत करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने रेलवे के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की हैं, जिसका असर है कि घाटे में चल रही रेलवे का आज कायाकल्प होता जा रहा है. भारतीय रेलवे देश में ना केवल आवागमन का प्रमुख साधन है, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
एक वक्त था जब रेलवे केंद्र सरकार पर बोझ साबित हो रही थी, रेलवे जर्जर स्थति में आती जा रही थी. आलम यह था कि रेलवे के निजीकरण की बात पर जोर दिया जाने लगा था और रेलवे का विस्तार पूरी तरह रुक सा गया था. लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री बनते ही, पीएम नरेंद्र मोदी ने रेलवे में सुधार करने पर विशेष जोर देना शुरू किया. रेलवे की सुधार प्रक्रिया जरूर जटिल थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इस चुनौती को स्वीकारते हुए रेलवे के विकास पर खासा धयान दिया.
रेलवे से रोजगार
भारतीय रेलवे ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में मोदी सरकार के कार्यकाल में 40 लाख रोजगार उत्पन्न किए हैं. रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने 22 अक्टूबर, 2022 को रोजगार मेला का शुभारंभ किया था, जिसके तहत भारतीय रेलवे द्वारा भी लाखों लोगों को रोजगार दिया गया.
इस वर्ष 28 अक्टूबर को रोज़गार मेले में 51,000 से अधिक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए, जिसमें करीब 14 हजार रोजगार का सृजन भारतीय रेलवे द्वारा किया गया. रोजगार मेला के दौरान पिछले 1 वर्ष में करीब 1.5 लाख लोगों को रेलवे द्वारा रोजगार दिया गया. वर्ष 2004 से 2014 तक जहां 4 लाख 11 हजार 224 लोगों को रोजगार दिए गए, वहीं 2014 से 2023 तक बीते 9 सालों में 4 लाख 99 हजार लोगों को रोजगार दिया गया. 2004 से 2014 तक जहां प्रति वर्ष 41 हज़ार रोज़गार दिए गए, वहीं 2014 से 2023 तक प्रतिवर्ष 50 हज़ार से अधिक रोज़गार दिए गए.
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नए ट्रैक के निर्माण से भी अप्रत्यक्ष रूप में 33 हजार मैनपावर दिन रोज़गार का सृजन भी पिछले वर्षों में हुआ है, जिससे प्रत्यक्ष रूप से करीब 5 लाख लोगों को रोज़गार मिला. भारतीय रेल द्वारा गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 18 सितंबर 2020 तक बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे छह राज्यों में 9 लाख 79 हजार 557 दिहाड़ी रोजगार प्रदान किए गए.
रेलवे द्वारा गत वर्षों में दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 1.11 करोड़ से ज़्यादा उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी. रेलवे द्वारा इस परीक्षा को पारदर्शी तरीक़े से सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया. कोरोना महामारी के बावजूद रेलवे द्वारा ऐसी परीक्षाएं आयोजित कर रोज़गार उपलब्ध कराना उल्लेखनीय है.
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Tags: Indian railway, Narendra modi, PM Modi
FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 09:28 IST