राम आएंगे और भक्‍त दर्शन को जाएंगे… मंद‍िर का चप्‍पा-चप्‍पा होगा सेफ, जानें अयोध्‍या राम मंदिर की अभेद इस सुरक्षा का पूरा प्‍लान

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नई दिल्‍ली : पवित्र राम जन्मभूमि की सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानि CISF ने यूपी सरकार को अहम सुझाव दिए हैं, जिनके आधार पर राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान का अभेद्य कवच तैयार किया गया है. न्यूज़ 18 इंडिया के पास राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान के लिए दिए गए सुझावों की बड़ी जानकारी है.

खास तरीके से बना राम मंदिर का सुरक्षा प्‍लान
इसके लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव सीआईएसएफ टेक विंग ने यूपी सरकार को दिए हैं. सुरक्षा प्‍लान के इन सुझावों में प्रमुख हैं, मल्टी लेयर सिक्‍योरिटी, फ्रिस्किंग,चेकिंग में आधुनिकतम उपकरणों का इस्तेमाल और मंदिर सुरक्षा तंत्र का अपना बॉम्‍ब डिस्पोजल स्क्वाड, डाग स्क्वाड.

इसके अलावा राम मंदिर परिसर में किस जगह कितनी भीड़ होने का अनुमान है, अलग-अलग एजेंसियों ने इसका भी गहन आंकलन किया है. इसके बाद राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान के लिए सीआईएसएफ ने अपने अहम सुझाव दिए हैं.

सीआईएसएफ के इन्हीं सुझाव के बिन्दुओं को ध्यान में रखकर यूपी सरकार, यूपी पुलिस स्पेशल सिक्‍योरिटी फोर्स मंदिर का फुल प्रूफ सुरक्षा प्‍लान तैयार कर रही है.

सुरक्षा प्‍लान के सुझाव को तैयार करने में दो महीने का वक्त लगा, जिस दौरान सीआईएसएफ और उत्तर प्रदेश सरकार के कई दौर की बैठकें हुईं. ग्रीन एरिया यानि खुली जगह और कम भीड़भाड़ वाला इलाका होने के चलते राम मंदिर परिसर सुरक्षा प्‍लान का सुझाव उसी के मुताबिक यूपी सरकार को दिया गया.

दरअसल सीआईएसएफ टेक ब्रांच ट्रेंड एक्सपर्ट का ग्रुप है..जो संवेदनशील परिसरों की सुरक्षा के लिए अपनी कंसल्टेंसी देता है. नियमों के मुताबिक संबंधित एजेंसी सीआईएसएफ को चिट्ठी देती है.. गृह मंत्रालय से अप्रूवल के बाद कंसल्टेंसी की ये प्रक्रिया शुरू होती है. राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान के लिए इन सुरक्षा सुझावों को इसी प्रक्रिया के तहत तैयार किया गया.

सीआईएसफ को राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान के लिए सुझाव यानी कंसल्टेंसी देने के लिए इसलिए भी चुना गया, क्योंकि इससे पहले सीआईएसएफ ने तिरुपति मंदिर, शिरडी साईं बाबा मंदिर, गोरखनाथ मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर और महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के लिए भी अपनी इस खास सेवा दी है.

खतरे के इन पहलुओं को ध्यान में रखकर सिक्‍योरिटी प्‍लान के सुझाव तैयार किए गए हैं…

-सबसे पहले राम मंदिर पर खतरों का आंकलन किया गया, ये प्रक्रिया थी रिस्क एनालिसिस.

-उसके बाद उन जगहों को चिन्हित किया गया, जहां खतरा है.. यानि किन-किन जगहों से खतरा है.

-पवित्र राम जन्म मंदिर की गरिमा के अनुरूप और श्रद्धालुओं के भाव, आस्था और उनकी सुविधा के अनुरूप ही तैयार किया राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान का सुझाव

-अनहोनी की सूरत में उस वक्त राम मंदिर में कितने लोग मौजूद होंगे, इसका सटीक आंकलन किया गया है.. यानि एट ए टाइम कितने लोग हैं.. उसके हिसाब से रिस्क कैलकुलेट किया गया, मेट्रिक के हिसाब से उसे कैलकुलेट किया गया..

-इसके बाद मेट्रिक के हिसाब से ये डिजाइन किया गया कि मंदिर के किस हिस्से को कितना खतरा है, उस हिसाब से सीसीटीवी कैमरे, सेपरेट बॉम्‍ब डिस्पोजल स्क्वाड का सुझाव दिया गया.s

सीआईएसएफ ने उत्तर प्रदेश सरकार को राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान के लिए जो सुझाव दिए हैं, उसमें इन बातों का जिक्र है…

-थ्रेट परसेप्शन और रिस्क एनालिसिस
-एक्सेस कंट्रोल
-कितने लोगों की सुरक्षा में जरूरत है
-फायर सेफ्टी, डाक्यूमेंट सेफ्टी
-आतंरिक खुफिया जानकारी
-आपातकालीन सुरक्षा प्‍लान
-क्राउड कंट्रोल मैनेजमेंट प्रोसीजर
-स्टाफ फायर सेफ्टी ट्रेनिंग

सीआईएसएफ ने जो थ्रेट परसेप्शन राम मंदिर सुरक्षा के मद्देनजर तैयार किया, उसमें स्थानीय पुलिस की मदद ली.. खुफिया एजेंसी से जानकारी ली और अलग-अलग एजेंसियों से मंदिर की सुरक्षा से जुड़ा इनपुट लिया.

मंदिर के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट किस तरीके का होना चाहिए, उसके लिए भी एक पूरा खाकर तैयार किया गया है और इसी के मुताबिक सुरक्षा के लिए सुझाव दिया गया है.

राम मंदिर की सुरक्षा के लिए खास सुरक्षा ग्रिल के भी सुझाव दिए गए हैं, जिनको सिर्फ और सिर्फ मंदिर की सुरक्षा के लिए ही बनाया जाना चाहिए.

मंदिर नक्शे के मुताबिक ही वहां मौजूद सुरक्षा बलों की तैनाती का सुझाव दिया गया है और उन पर निगरानी रखने के लिए भी एक खास टीम बनाने की संस्तुति दी गई है.

राम मंदिर सुरक्षा प्‍लान के लिए सुझाव देते वक्त सीआईएसएफ ने इस बात का खास ध्यान रखा है कि परिसर की सुरक्षा अपने उच्चतम स्तर पर हो. इसके अलावा फायर सेफ्टी अटेंडेंस एडमिनिस्ट्रेशन जैसे पहलू भी पूरी तरीके से दुरुस्त हों.

राम आएंगे और भक्‍त दर्शन को जाएंगे... मंद‍िर का चप्‍पा-चप्‍पा होगा सेफ, जानें अयोध्‍या राम मंदिर की अभेद सुरक्षा का पूरा प्‍लान

सीआईएसफ ने अपने सुझावों में मंदिर परिसर में तैनात होने वाले सुरक्षा बलों की समय-समय पर बदली भी परिस्थितियों के मुताबिक ट्रेनिंग देने के भी पहलू को शामिल किया है

पिछले चार साल यानी 2019 से 2023 तक सीआईएसफ देशभर की 36 संस्थाओं को सुरक्षा प्‍लान संबंधित सुझाव यानी अपनी कंसल्टेंसी दे चुका है. यही नहीं पिछले 23 सालों में सीआईएसएफ 226 संस्थाओं को सुरक्षा प्लान का सुझाव दे चुका है.

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