हाजीपुर. जमुई में बालू माफिया के हमले में शहीद हुए सब इंस्पेक्टर प्रभात रंजन के घर पर कोहराम मच गया है. वैशाली जिले के पातेपुर स्थित खजूरी गांव में प्रभात रंजन के घर पर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. हालांकि, सब इंस्पेक्टर के माता पिता पत्नी और दोनो बच्चे दिल्ली में है और वे वैशाली के लिए चल चुकी हैं. लेकिन, उनके चाचा और घर की महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. परिजनों में इस घटना को लेकर आक्रोश है वहीं दिवंगत सब इंस्पेक्टर के बड़े चाचा ने सरकार से बिहार में उत्तर प्रदेश जैसे कानून व्यवस्था लागू करने की मांग की है.
शहीद दारोगा के चाचा ने बताया कि प्रभात ने पातेपुर हाई स्कूल से मैट्रिक किया था, जिसके बाद स्नातक तक कि पढ़ाई उन्होंने समस्तीपुर से की थी. इसके बाद प्रभात ने रेलवे में भी नौकरी की और कटिहार में पदस्थापित थे, लेकिन वर्ष 2019 में बिहार पुलिस जॉइन किया. उन्होंने बताया की प्रभात के बड़े भाई मधुकांत को किडनी की समस्या है जिसका एक बार ट्रांसप्लांट हो चुका है और दूसरी बार ट्रांसप्लांट करवाना था. इसके लिए 15 लाख रुपये की जरूरत थी. चाचा ने बताया कि पूरे घर की जिम्मेवारी प्रभात के कंधों पर ही थी और वह पूरे परिवार को साथ लेकर चलता था.
प्रभात की शादी 2018 में पातेपुर के टेक्नारी में ही हुई थी. उनकी एक बड़ी बेटी है जबकि एक चार माह का बेटा है. वहीं, प्रभात के पिता शिवनारायण साह भी बीमारी से ग्रसित हैं. घर की महिलाओं का भी हाल बेहाल है, जिसके कारण प्रभात की बड़ी चाची नीला का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. घर मे मातम पसरा हुआ है.
प्रभात रंजन की भतीजी अंकिता राज से लेकर भाभी सुषमा कुमारी तक ने सरकार से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि फिर से ऐसी घटना किसी और पुलिस पदाधिकारी के साथ ना घटे. दिवंगत प्रभात रंजन के चाचा ने तो यह तक कह दिया है कि यूपी का योगी मॉडल बिहार में लागू हो जाए तो अपराधियों का सही इलाज हो पाए.
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FIRST PUBLISHED : November 14, 2023, 18:32 IST