जेहन में सिर्फ एक सवाल, आबकारी विभाग का विभीषण कौन ?
अवैध उगाई के चक्कर में होती है सुरागासी
आबकारी विभाग के वर्तमान जिला मुखिया ने जनपद में तैनाती पर आते ही अपना भौकाल पैदा कर विभाग में आमूल चूल परिवर्तन का दावा किया था। जो अब तक हवाहवाई साबित हो चुका है। कई स्थानों पर छापे लगवा कर भौकाल पैदा करने की कोशिश की तो गई, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। इसका कारण अब तक सभी जनपदवासी बखूबी समझ ही चुके होंगे। लोगों के जेहन में सवाल कौंध रहा है तो सिर्फ ये कि आखिर विभाग का विभीषण कौन?
यही कारण है कि इतनी बड़ी तैयारी के बाद भी पुलिस व आबकारी को टीम लाहन के अलावा कोई अपराधी हाथ नहीं आया तो आखिर क्यों ?
बिजनौर/बढ़ापुर: स्थानीय पुलिस व आबकारी टीम सहित पीएसी बल ने थाना क्षेत्र के गांव मधपुरी में कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया परन्तु अभियान के दौरान टीम को केवल लाहन से ही संतोष करना कोई भी शराब माफिया पुलिस के हत्थे नही चढ़ पाया। जिस कारण पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।
बढ़ापुर थाना क्षेत्र के दर्जनों गांवों में कच्ची शराब का अवैध कारोबार कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है जिस पर पुलिस अंकुश लगाने मैं नाकाम साबित होती चली आ रही है थाना क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों के समीप आरक्षित वन क्षेत्र के समीप कच्ची शराब की सैकड़ो भट्टियां धधक रही हैं। जिनसे प्रतिदिन सैकड़ो लीटर कच्ची शराब बनाई जाती है बढ़ापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बनने वाली यह कच्ची शराब बढ़ापुर थाना क्षेत्र सहित नगीनादेहात,नजीबाबाद,नगीना,कोतवाली,अफजलगढ़, शेरकोट धामपुर,जसपुर,काशीपुर आदि तमाम शहरों में सप्लाई की जाती है। बढ़ापुर थाना क्षेत्र के इस अवैध कच्ची शराब के कारोबार को बंद कराना शायद बढ़ापुर पुलिस के बस की बात नहीं है। शराब माफियाओं के इस काले धंधे के सामने बढ़ापुर पुलिस बौनी साबित हो रही है। कच्ची शराब के इस कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए गुरुवार को बढ़ापुर पुलिस सहित आबकारी विभाग की नगीना धामपुर टीम सहित एक प्लाटून पीएसी बल के साथ थाना क्षेत्र के गांव मधपुरी में अभियान चलाया गया अभियान के दौरान टीम को मौके से 500 लीटर लहन तो मिला परंतु एक भी शराब माफिया पुलिस के हत्थे नहीं चढ पाया जिस कारण पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
बताते चलें कि पुलिस शराब माफियाओं के खिलाफ नाम मात्र के लिए अभियान चलाती है। अभियान के दौरान पुलिस को मौके पर केवल लाहान हीं मिल पाता है जबकि शराब एवं शराब माफिया पुलिस की पकड़ से बहुत दूर होते हैं। सूत्रों की माने तो पुलिस के अभियान की सूचना शराब माफिया तक विभाग के ही लोग पहले ही पहुंचा देते हैं। जिस कारण टीमों के मौके से पहुंचने से पहले ही शराब माफिया मौके से फरार हो जाते हैं। गुरुवार को चलाए गए अभियान के दौरान भी पुलिस एवं आबकारी टीम को केवल 500 लीटर लहन ही मिल पाया इसके अतिरिक्त ना ही पुलिस को शराब भट्टी मिली और ना कोई शराब माफिया जिस कारण टीमों को बेरंग लौटना पड़ा। गुरुवार को शराब के खिलाफ चलाए गए अभियान में थाना प्रभारी निरीक्षक बढ़ापुर कोमल सिंह,आबकारी निरीक्षक नगीना रमाशंकर सिंह,आबकारी निरीक्षक धामपुर उपेंद्र कुमार,आबकारी निरीक्षक अंडर ट्रेनिंग अमित कुमार सहित थाना बढ़ापुर से उप निरीक्षक मनोज कुमार सिपाही करतार सिंह,विपुल कुमार,अभिषेक,मोनिका,अभय,योगेंद्र,विजेंद्र सिंह,अरविंद कुमार आदि शामिल रहे।