सूचना विभाग में बैठा उर्दू अनुवादक,पद का दुरूपयोग करते हुए,कर रहा धर्म प्रचार
मुस्लिम पत्रकारों को अवैधानिक रूप दिलाता है प्रेस मान्यता
धार्मिक आधार पर करता है,भेदभाव
सरकारी कार्यालय में पर्सनल कंप्यूटर पर करता धार्मिक कार्य
BIJNOR। मोबाइल स्क्रीन पर सूचना विभाग whats app ग्रुप खोलते ही धार्मिक व्याखान शुरू हो गए। ये कोई लापरवाही ,या अनजाने हुआ कार्य नहीं है,ये सब इसकी आदत में शुमार है। अक्सर कार्यालय में मुस्लिम धर्म की चर्चा करते देखा सुना जा सकता है।
बिजनौर के सूचना विभाग आलकल खूब चर्चा में है। चर्चा भी हो क्यों ना क्योंकि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की सरकार में भी एक अदना सा सरकारी कर्मचारी अपनी औकात से बाहर निकल सरकारी कार्यालय का दुरुपयोग करते हुए,कार्यालय को धार्मिक प्रचार प्रसार का माध्यम बनाएं हुए है। कार्यालय बैठे प्रशासनिक अधिकारी आंख बंद किए,यह सब देख सुन रहे हैं। जानकारी होने के बाद जिला सूचना अधिकारी (डिप्टी कलेक्टर) ने उर्दू अनुवादक द्वारा ग्रुप में डाली गई धार्मिक पोस्ट को हटा दिया गया है।
इस संबंध में प्रभारी जिला सूचना अधिकारी(डिप्टी कलेक्टर) एवम अंकित कुमार अग्रवाल,जिला अधिकारी बिजनौर का कहना है कि अभी चुनाव चल रहा है,चुनाव के बाद 20,22 अप्रैल को मिलना,तब कोई कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।