अब आधुनिकता से कदम ताल करेंगे,बोक्सा जनजाति के लोग
इनकी बस्तियों में भी होगी सीसी रोड, लाइब्रेरी और कंप्यूटर सेंटर
होगा अपना आवास, गैस कनेक्शन,हर घर नल, शौचालय
बिजनौर। सदियों से उपेक्षा का दंश झेल रहे बोक्सा जनजाति के लोगों के दिन अब बहुरने वाले हैं। उत्तराखंड के बाद उत्तर प्रदेश के केवल जनपद बिजनौर में ही बोक्सा जनजाति (पी0वी0टी0जी0) निवास करती है। यहां कुल-06 ग्राम पंचायतों के 08 राजस्व ग्रामों में बोक्सा जनजाति के लोग निवास करते हैं। इन 08 ग्रामों में बोक्सा जनजाति के कुल 815 परिवार हैं, जिनकी कुल आबादी लगभग 3527 है। ‘‘पीएम-जनमन” कार्यक्रम के अन्तर्गत दिनांक 15 जनवरी 2024 तक उक्त ग्रामों के बोक्सा जनजाति के सभी पात्र व्यक्तियों को सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान कार्ड योजना, उज्जवला योजना, किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, पी0एम0 सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, पी0एम0 विष्वकर्मा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, हर घर बिजली योजना, जल जीवन मिशन हर घर जल नल योजना, मातृ वन्दन योजना, नेटवर्क कनेक्टीविटी एवं सरकार द्वारा संचालित अन्य योजनाओं से आच्छादित किया जाएगा। यही नहीं बोक्सा जनजाति ग्रामों में लाइब्रेरी, कम्प्यूटर सेन्टर, कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र, खेल का मैदान, ग्रामों के अन्दर की गलियों में सी0सी0 रोड आदि से आच्छादित किया जायेगा। इस तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोक्सा जनजाति (पी0वी0टी0जी0) के लाभार्थियों से लाइव प्रसारण संवाद करने वाले हैं।
जनपद बिजनौर के विकास खण्ड कोतवाली की 03 ग्राम पंचायतों के 05 राजस्व ग्राम 1. ढकिया बावन सराय 2. औरंगजेबपुर शाहली 3. बगनाला 4. भूमिदान कालोनी 5. भोगपुर, विकास खण्ड नजीबाबाद की 02 ग्राम पंचायतों के 02 राजस्व ग्राम 1. चतरूवाला 2. चौहड़खाता व विकास खण्ड अफजलगढ़ की 01 ग्राम पंचायत के 01 राजस्व ग्राम कॅुआखेड़ा, इस प्रकार कुल-06 ग्राम पंचायतों के 08 राजस्व ग्रामों में बोक्सा जनजाति के लोग निवास करते हैं। उपरोक्त 08 ग्रामों में बोक्सा जनजाति के कुल 815 परिवार हैं, जिनकी कुल आबादी लगभग 3527 है। उत्तर प्रदेश के केवल इसी जनपद बिजनौर में ही बोक्सा जनजाति (पी0वी0टी0जी0) निवास करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान ‘‘पीएम-जनमन” की शुरूआत 15 नवम्बर, 2023 को जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर की गयी है। पी0एम0-जनमन कार्यक्रम के अन्तर्गत दिनांक 15-01-2024 तक उक्त ग्रामों के बोक्सा जनजाति के सभी पात्र व्यक्तियों को सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान कार्ड योजना, उज्जवला योजना, किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, पी0एम0 सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, पी0एम0 विष्वकर्मा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, हर घर बिजली योजना, जल जीवन मिशन हर घर जल नल योजना, मातृ वन्दन योजना, नेटवर्क कनेक्टीविटी एवं सरकार द्वारा संचालित अन्य योजनाओं से आच्छादित किया जाना है।
अब तक बोक्सा जनजाति के 06 ग्रामों बावन सराय, जहांनाबाद, भोगपुर, चतरूवाला, चौहड़खाता, कुॅआखेड़ा के लिए बहु उद्देशीय केन्द्र व 05 ग्रामों चौहड़खाता, कुआखेड़ा, बगनला, बावनसराय व भोगपुर के लिए बन्धन केन्द्र स्वीकृत हो चुके हैं।
बोक्सा जनजाति ग्रामों में 02 विद्यालय, 07 आंगनबाड़ी केन्द्र व 02 ग्रामों बगनला व भूमिदान कॉलोनी के सम्पर्क मार्ग 8.4 किमी0 की स्वीकृति हेतु प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जा चुका है, शासन से स्वीकृति उपरान्त उक्त कार्य शीघ्र पूर्ण कराये जायेंगे। सभी जनजाति परिवारों को बिजली कनेक्शन,राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, आवास, शौचालय, पेयजल कनेक्शन से आच्छादित किया जाना है। उक्त के अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा सभी 08 बोक्सा जनजाति ग्रामों में लाइब्रेरी, कम्प्यूटर सेन्टर, कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र, खेल का मैदान, ग्रामों के अन्दर की गलियों में सी0सी0 रोड आदि से आच्छादित किया जायेगा।
दिनॉंक 15-01-2024 को प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान *‘‘पीएम-जनमन”* के अन्तर्गत बोक्सा जनजाति (पी0वी0टी0जी0) के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री श्री मोदी का लाइव प्रसारण संवाद का कार्यक्रम प्रस्तावित है। यह कार्यक्रम विकास खण्ड कोतवाली की ग्राम पंचायत ढकिया बावनसराय में आयोजित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में लगभग 1500 व्यक्ति प्रतिभाग करेंगे। कार्यक्रम में बोक्सा जनजाति के पात्र परिवारों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, आवास की चाबी, आवास के स्वीकृति पत्र, उज्जवला योजनान्तर्गत एल0पी0जी0 गैस कनेक्शन के स्वीकृति पत्र, व्यक्तिगत शौचालय के स्वीकृति पत्र वितरित किये जाएंगे।
*मुख्य तथ्य~*
बोक्सा (बुक्सा) लोग प्रमुख रूप से हिन्दी भाषा बोलते हैं। इनमें जो लोग लिखना-पढ़ना जानते हैं, वे देवनागरी लिपि का प्रयोग करते हैं।
इनका मुख्य भोजन मछली व चावल है। इसके अलावा ये लोग मक्का व गेहूँ की रोटी और दूध-दही का प्रयोग करते हैं।
इन लोगों में बन्दर, गाय और मोर का माँस खाना वर्जित है।
बोक्सा पुरुष वेशभूषा में धोती, कुर्ता, सदरी और सिर पर पगड़ी धारण करते हैं। नगरों में रहने वाले पुरुष गाँधी टोपी, कोट, ढीली पेन्ट और चमड़े के जूते, चप्पल आदि पहनते हैं।
स्त्रियाँ पहले गहरे लाल, नीले या काले रंग की छींट का ढीला लहंगा पहनती थीं और चोली (अंगिया) के साथ ओढ़नी (चुनरी) सिर पर पहनती थीं, लेकिन अब स्त्रियों में साड़ी, ब्लाउज, स्वेटर एवं कार्कीगन का प्रचलन सामान्य हो गया है।
उत्तर प्रदेश में बोक्सा (बुक्सा) जनजाति विकास परियोजना 1983-1984 में प्रारंभ की गयी थी।