अलौकिक शाक्तियों का केन्द्र, सिद्धेश्वर धाम दरवार
वगैर पर्ची के अर्जी से बताया जाता है, भूत भविष्य और वर्तमानरिपोर्ट । राजाराम शाहू,टीकमगढ़
TEEKAMGAD। सिद्ध श्रृषि मुनीयों एवं संतों की तपस्थली रही बुन्देलखण्ड की इस पावन बसुंधरा पर किस दिव्य शक्ति ने किस स्थान पर तपस्या की यह एक शोध का बिषय हो सकता है ।यहां सिद्ध संतों की तपस्थली कब प्रकाश मे आई एवं लोगों की आस्था का केन्द्र बिन्दु बन गई यह समय एवं परिस्थिति पर निर्भर है । छतरपुर जिले खवे बागेश्वर धाम के प्रकाश मे आने के बाद टीकमगढ़ जिले के एक छोटे से गांव सतरई मे सिद्धेश्वर धाम लोगों की आस्था और विश्वास का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है ।बताया जाता है कि यहां लगने बाले दरवार मे अलौकिक शाक्तियां लोगों की समस्याओं का समाधान करती है । सिद्धेश्वर धाम पीठाधीश्वर आचार्य संत श्री करन कौशल जी महाराज कहते है कि सनातन धर्म ही सबसे बड़ा धर्म है इस स्थान पर मां आदिशक्ति गौरी, बालाजी सरकार, एवं कालभैरव स्वयं बिराजमान रहकर लोगों की समस्याओं का समाधान करते है।
टीकमगढ़ जिले मे खरगापुर बिधानसभा क्षेत्र मे भेलसी गांव से ढाई किलोमीटर दूर सतरई गांव मे स्थित इस दिव्य दरवार मे बिना पर्ची के अर्जी मात्र से लोगो का भूत भबिष्य और वर्तमान बताया जाता है ।बिशेष कर प्रेत बाधा,तंत्र बाधा से तत्काल मुक्ति दिलाई जाती है ।शुक्रवार एवं सोमवार को लगने बाले इस दरवार मे भारी संख्या मे लोग पहुंच रहे है ।बैसे तो चौदह वर्षो से यह दिव्य दरवार चल रहा है किन्तु ख्याति अभी कुछ समय से ही दूर दूर तक पहुची है ।
सिद्धेश्वर धाम पीठाधीश्वर श्री करन कौशल जी महाराज ने इस सिद्ध स्थल के संबंध मे बताया कि यहां बिराजमान गौरी माता प्राचीन समय से बिराजमान है जो धरती माता की कोख से स्वयं अवतरित हुई । उन्होंने बताया कि चौदह वर्ष पूर्व जब मेरी उम्र सोलह वर्ष की रही होगी मै बीमार पड़ा मेरी मां ने समझ लिया कि मै मर चुका हूँ तभी किसी अदृश्य शाक्ति साक्षात मां गोरी ने मुझे आदेश दिया कि तुझे अभी मानव कल्याण के लिए बहुत कुछ करना है तभी से मै इस स्थान पर रहकर मां गोरी उनके साथ बालाजी एवं कालभैरव की पूजा करता चला आ रहा हूं उन्हीं की प्रेरणा से दरवार लगा रहा हूँ ।प्रेत बाधा, तंत्र बाधा एवं मंगल दोष का निवारण बिना पर्ची के अर्जी से किया जाता है ।
रामानंद सम्प्रदाय के श्री करन कौशल जी महाराज का सनातन धर्म के संबंध मै कहना. है कि सनातन धर्म से बढ़ा कोई धर्म नहीं सनातन धर्म को आगे ले जाने के लिए वह यह कार्य कर रहे है।सनातन धर्म की धर्मध्वजा फहराने के लिए बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बहुत अच्छा कार्य कर रहे है ।