बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए ग्राम,ग्राम में होगा,कैंपों का आयोजन
बिजनौर : जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सुपरवाइजर को दायित्व सौंपते हुए ग्रामवार कैंपों का आयोजन करें और प्रतिदिन 1000 जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए महा नवंबर के अंत तक प्रतिशत रूप से जन्म प्रमाण पत्र बनवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जो बच्चे 21 दिन से ज्यादा टाइम के हो चुके हैं उन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र का आवेदन पत्र संबंधित उप जिलाधिकारी की संस्तुति से प्राप्त कर पंचायत सचिव द्वारा ही बनाया जाएगा, जिसका समस्त कार्य ऑनलाइन पोर्टल पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए की पोषण से संबंधित जो भी कार्य संपादित किए जाएं उनको तत्काल निर्धारित पोर्टल पर फीड कराना सुरक्षित करें ताकि कार्य की प्रगति और जिले की रैकिंग प्रभावित न होने पाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर वज़न मशीन सहित सभी उपकरण अद्यतन होने चाहिए, यदि किसी केंद्र पर कोई समस्या हो तो अवगत कराएं ताकि उसका निराकरण किया जा सके।
जिलाधिकारी अग्रवाल आज शाम 04:00 बजे विकास भवन सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं, वे जितने स्वस्थ होंगे, उतना ही देश का भविष्य स्वस्थ एवं उज्जवल होगा। उन्होंने कहा कि पुष्टाहार का उठान व वितरण समय से हो, ऐसा न करने वालों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सैम व मैम बच्चों की स्थितियों में सुधार करने के लिए भी कहा तथा माता-पिता को पुष्टाहार व स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अंतर विभागीय समन्वय के साथ कार्य करें व कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण पारदर्शी ढंग से ठीक प्रकार से करें।
उन्होंने संबंधित को निर्देश दिए कि बच्चों का वजन, लम्बाई आदि कार्य को समुचित एवं मानक के अनुरूप सम्पादित कराएं ताकि कुपोषित बच्चों का मानक के अनुसार चिन्हिकरण संभव हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि डीपीओ सभी सीडीपीओ और अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यों की मॉनिटरिंग करें और जिस स्तर पर कार्य में शिथिलता पाई जाए, संबंधित को सचेत करने की कार्यवाही करें, यदि उसके बाद भी कार्य की गुणवत्ता में सुधार नहीं पाया जाता तो उसका जवाब तलब करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं एएनएम द्वारा फीडिंग कार्य में शिथिलता और कार्यों के प्रति लापरवाही प्रकाश में आती है, उनके खिलाफ कार्यवाही करें। कुपोषित बच्चों का चिन्हिकरण कर उन्हें एनआरसी में भेजें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला समन्यवयक एवं ब्लॉक समन्वयकों से पोषण मिशन एवं पोषण ट्रेकर का कार्य सम्पादित कराएं तथा ईकवच सहित अन्य विभागीय एप्लिकेशन्स पर फीडिंग एवं मॉनीटरिंग का कार्य भी सम्पादित कराया जाए। पुष्टाहार का नियमित और समयबद्वता के साथ वितरण सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, डीसी-एनआरएलएम सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहें