उत्तर प्रदेश: ऊर्जा और रोजगार में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर
Report by Avnish tyagi
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए एक ट्वीट में दावा किया गया है कि राज्य देश के अंदर सबसे अधिक कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) प्लांट लगाने, सबसे अधिक इथेनॉल उत्पादन, सबसे अधिक चीनी उत्पादन और सबसे अधिक रोजगार व नौकरी देने वाला राज्य बन चुका है। इन दावों की पड़ताल करने पर राज्य के विकास में इन सभी क्षेत्रों में किए गए कार्यों की प्रगति स्पष्ट रूप से नजर आती है।
सबसे अधिक कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट
भारत सरकार की सतत ऊर्जा को बढ़ावा देने की नीति के तहत CBG प्लांट की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश ने इस क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। राज्य में गन्ने के कचरे, गोबर, और कृषि अवशेषों से बायोगैस उत्पादन की परियोजनाएं शुरू की गई हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में दर्जनों बायोगैस प्लांट स्थापित हो चुके हैं, और कई और निर्माणाधीन हैं।
सबसे अधिक इथेनॉल उत्पादन
उत्तर प्रदेश लंबे समय से भारत में इथेनॉल उत्पादन में अग्रणी रहा है। गन्ने से इथेनॉल का उत्पादन करने में राज्य का योगदान लगभग 18-20% है। भारत सरकार के 20% इथेनॉल मिश्रण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश की डिस्टिलरियां और चीनी मिलें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
सबसे अधिक चीनी उत्पादन
उत्तर प्रदेश देश में चीनी उत्पादन में भी शीर्ष स्थान पर है। गन्ना उत्पादन में अग्रणी राज्य होने के कारण, राज्य की चीनी मिलें हर साल लाखों टन चीनी का उत्पादन करती हैं। चीनी उद्योग से जुड़े लाखों किसानों और श्रमिकों को इससे सीधा लाभ होता है।
सबसे अधिक रोजगार और नौकरी देने वाला राज्य
उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। औद्योगिक निवेश, एमएसएमई क्षेत्र, और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के चलते लाखों लोगों को रोजगार मिला है। 2024 तक 10 लाख नौकरियां और करोड़ों स्वरोजगार सृजित करने के लक्ष्य पर राज्य तेजी से काम कर रहा है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी का दावा काफी हद तक सटीक प्रतीत होता है। उत्तर प्रदेश ने हाल के वर्षों में कृषि, ऊर्जा, और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। यह राज्य न केवल आर्थिक वृद्धि बल्कि रोजगार सृजन में भी देश के अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बन रहा है। हालांकि, इन दावों की पुष्टि के लिए और अधिक गहराई से विश्लेषण और आंकड़ों की आवश्यकता है।
यदि सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियां इसी प्रकार जारी रहीं, तो उत्तर प्रदेश वाकई में ऊर्जा और रोजगार का केंद्र बन सकता है।