वर्तमान परिवेश में “पंचायती राज की उपादेयता एवं चुनौतियां” विषयक कार्यशाला संपन्न।
लखनऊ। पंचायती राज निदेशालय लोहिया भवन के सभागार में पंचायत राज विभाग के समस्त घटक संगठनों के संयुक्त मंच पंचायत राज वेलफेयर एसोसिएशन उ० प्र० के बैनर तले वर्तमान परिवेश में पंचायती राज की उपादेयता एवं चुनौतियां विषयक एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुई, जिसमें पूरे प्रदेश से आए पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों/अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक पंचायती राज, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा एवं महामंत्री डॉ अखिलेश सिंह तथा अध्यक्षता पंचायत राज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष उपनिदेशक (पं) एस.एन. सिंह ने किया।
उत्तर प्रदेश पंचायती राज एक्ट 1947 से संचालित होने वाले विभाग के विभिन्न घटक संवर्गों यथा उपनिदेशक (पं), जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर जिला मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी,सहायक विकास अधिकारी (पं), ग्राम पंचायत अधिकारी, मिनिस्टीरियलयल एसोसिएशन पंचायती राज, सफाई कर्मचारी आदि के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों ने अपने संवर्ग की विसंगतियों तथा उसके समाधान की दिशा में तार्किक सकारात्मक सुझाव से सदन को अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपनिदेशक एस.एन. सिंह ने ग्राम्य विकास की तरह पंचायती राज विभाग में भी जनपद स्तर पर प्रथम श्रेणी अधिकारी की नियुक्ति करने, विकास खंड/तहसील स्तर पर ग्राम्य विकास, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, कृषि, सहकारिता तथा सांख्यिकी विभागों की तरह पंचायती राज विभाग में विकासखंड स्तर पर स्थापित सहायक विकास अधिकारी (पं) के पद को उच्चीकृत करते हुए द्वितीय श्रेणी उच्च स्तरीय अधिकारी का पद सृजित करने, ग्राम पंचायत अधिकारी की शैक्षणिक योग्यता स्नातक करते हुये सम्मानजनक ग्रेड पे देने, विकासखंड,जिला एवं मंडल स्तर पर विभागीय कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु लिपिक,कंप्यूटर ऑपरेटर एवं स्टेनोग्राफर की नियुक्ति करने, सहायक विकास अधिकारी पंचायत का पदनाम खंड पंचायत अधिकारी करने, 04 फरवरी 2016 के प्रमुख सचिव पंचायती राज द्वारा जारी त्रुटिपूर्ण शासनादेश को संशोधित करने, 01 अगस्त 2016 के शासनादेश के अनुरूप खंड विकास अधिकारी की भर्ती में पदोन्नति द्वारा सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) का कोटा एवं कार्यालय निर्धारित करने, जिला पंचायत के विभिन्न संवर्गों के अधिकारी/कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित करने, क्षेत्रीय भ्रमण हेतु वाहन भत्ता उपलब्ध कराने, सफाई कर्मचारी की सेवानियमावली प्रख्यापित करते हुए उन्हे पदोन्नति का अवसर देने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा किया तथा शासन में उपर्युक्त विभागीय हित की बातों पर ध्यानाकर्षण हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने की बात कही। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा ने मुख्यमंत्री कल्याण कोष में जनप्रतिनिधियों की तरह पंचायत विभाग के समस्त कर्मचारियों को भी समाहित करने हेतु प्रस्ताव रखा साथ ही मनरेगा में अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी शासनादेश 22 अगस्त 2022 को मा. मुख्यमंत्री जी की घोषणा के अनुरूप तत्काल पूरे प्रदेश की ग्राम पंचायतों में लागू करने हेतु अपने संगठन के माध्यम से दबाव बनाने की बात कही। प्रधान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह ने सभी के सहयोग से लखनऊ में पंचायत अतिथि गृह बनाने की बात कही। पंचायत राज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप सिंह ने ग्राम पंचायत अधिकारियों के समक्ष वर्तमान में आ रही विभिन्न क्षेत्रीय समस्याओं पर विस्तार से चर्चा करते हुये उनकी विभागीय अनंतिम ज्येष्ठता का सूची प्रकाशित करने, वाहन भत्ता देने, समय से विभागीय डीपीसी कराने तथा पुरानी पेंशन बहाली हेतु मांग रखी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक पंचायती राज ने विभिन्न संवर्गों द्वारा कार्यशाला में उठाए गए बिंदुओं पर गंभीरता पूर्व विचार करते हुए शासन में संबंधित पत्रावली प्रेषित करने की बात कही। कार्यशाला में डीपीआरओ संघ के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र द्विवेदी तथा मंत्री शाश्वत आनंद सिंह, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी सेवा संघ के अध्यक्ष चंद्र किशोर वर्मा, सहायक विकास अधिकारी (पं) के प्रदेश अध्यक्ष मैनेजर सिंह तथा महामंत्री कमल किशोर शुक्ल, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप सिंह एवं महामंत्री नागेंद्र प्रताप कुशवाहा, अपर जिला मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष बीके सिंह तथा महामंत्री प्रणव पांड्या, मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन पंचायती राज निदेशालय उ. प्र. के अध्यक्ष यू.पी. सिंह तथा महामंत्री अमरजीत मिश्र, ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष क्रांति सिंह एवं महामंत्री बसंत लाल गौतम, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ पंचायती राज निदेशालय के अध्यक्ष मंसाराम वाहन चालक संघ के अध्यक्ष व महामंत्री सहित हजारों की संख्या में कर्मचारी,अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यशाला में उपस्थित सभी पंचायती राज विभाग संगठनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर पंचायत राज वेलफेयर एसोसिएशन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन निदेशक पंचायती राज को सौंपा।
कार्यशाला में हिमांशु शेखर ठाकुर,गिरीश चंद्र रजक, योगेंद्र कटियार,मनोज त्यागी,पूर्णेन्दु दीक्षित,वीरेंद्र सिंह,एसके सिंह, संजय सिंह,आदित्य शुक्ला,सुरेंद्र कुमार तिवारी,सतीश सिंह, नितेश सिंह चंदेल,किरण चौधरी, नत्थू लाल गंगवार, सर्वेश पांडेय,ए के सिंह, उपेंद्र पांडेय,संजीव शर्मा, प्रशांत पोरवाल,शशांक सक्सेना,कुलदीप राजपूत,रामेंद्र कुमार श्रीवास्तव,अखंड प्रताप सिंह,रामसागर यादव,राजेंद्र सिंह,ओम प्रकाश प्रजापति, हिमांशु चौबे,करुणेश कुमार, जितेंद्र सिंह, दिनेश सिंघल,केके गौतम,सुनील कुमार वर्मा,राघवेंद्र सिंह, जितेंद्र गंगवार,नसीम खान आदि हजारों की संख्या में कर्मचारी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक विकास अधिकारी पंचायत सेवा संघ के प्रदेश महामंत्री कमल किशोर शुक्ल ने किया।