समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दीपक सैनी अपने समर्थकों,कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने में नाकाम
BIJNOR। लोकसभा चुनावों में प्रत्येक पार्टी अपने प्रत्याशियों को विशेष ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रयासरत है। इस संदर्भ में, समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दीपक सैनी अपने प्रचार-प्रसार पर अपेक्षित ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। जो सपा के लिए भी चिंताजनक है।
दीपक सैनी, जो समाजवादी पार्टी के चहेते नूरपुर विधायक के पुत्र हैं, प्रचार-प्रसार में अभाव में अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने में नाकाम साबित हो रहें हैं। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में समाज में उत्साह से प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
इस मामले में, दीपक सैनी प्रचार-प्रसार के अभाव से एक बड़ा प्रभाव, जो वोटर्स को अपने पक्ष में ला सकता है,वह नहीं पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी को उनके प्रचार को सक्रिय और उत्साही बनाने के लिए अपनी नीतियों को फिर से विचार करने की आवश्यकता है।
दीपक सैनी के प्रचार प्रसार के अभाव के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्हें पार्टी के उद्देश्यों और अपने प्रतिनिधित्व के महत्व को समझने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
समाजवादी पार्टी को अपने प्रत्याशी के प्रचार-प्रसार को सक्रिय और प्रभावी बनाने के लिए उत्साहपूर्ण रूप से काम करने की आवश्यकता है। जनता के बीच अपनी पहचान बनाने के लिए, दीपक सैनी को अपने संदेश को सामने लाने और जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।