यूरोकिड्स प्री स्कूल तथा आयरा पब्लिक स्कूल डेल्टा – 3 नन्हे मुन्ने बच्चों ने उत्साह के साथ मनाया कृष्णजन्माष्टमी पर्व
ओम प्रकाश चौहान, ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा: यूरोकिड्स प्री स्कूल तथा आयरा पब्लिक स्कूल डेल्टा -3 में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया गया l यह हमारे स्कूल के छात्रों लिए एक बड़ा अवसर था जिसमें उन्होंने विभिन्न गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
यूरोकिड्स प्री स्कूल तथा आयरा पब्लिक स्कूल डेल्टा – 3 , हर बच्चे को गतिविधियों को करने के लिए प्रोत्साहित करता हैl जन्माष्टमी पर्व को भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। यह पर्व पूरी दुनिया में पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा के साथ सभी श्रद्धालु मनाते हैं। जन्माष्टमी को भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में बसे भारतीयों के द्वारा पूर्ण आस्था एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण युगो युगो से हमारी आस्था और ध्यान का केंद्र है। वह कभी यशोदा मैया के लाल होते हैं तो कभी ब्रज के नटखट कन्हैया जो सारे जगत के पालनहार हैं।
यूरोकिड्स प्री स्कूल केन्द्र प्रमुख प्रज्ञा कटियार बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को पूरे देश में बड़े ही धूम-धाम के साथ कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। हिंदू धर्म के सबसे खास त्योहारों में से एक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोग उपवास रखकर घर-परिवार की सुख और शांति के लिए प्रभु से प्रार्थना करते हैं। मथुरा में यह त्योहार और भी विशेष उत्सव के साथ मनाया जाता हैंI पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मध्य रात्रि के समय कारागार में हुआ था।
मान्यताओं के अनुसार भाई कंस के अत्याचार सहते हुए कारागार में बंद माता देवकी की आठवीं संतान के रूप में भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। भगवान ने पृथ्वी को कंस के आतंक से मुक्त कारने के लिए अवतार लिया था। इसी मान्यता के अनुसार हर साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है।
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण को विष्णु का अवतार माना जाता है। यही कारण है कि यह पर्व विशेष महत्व रखता है। भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद और कृपा पाने के लिए इस दिन लोग उपवास रखने के साथ विधि-विधान से पूजा और भजन करते हैं। मंदिरों में विशेष सजावट करके भगवान की प्रक्टोत्सव को विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। कुछ स्थानों में दही-हांडी का भी उत्सव रखा जाता है। मध्यरात्रि के समय भगवान के जन्मोत्सव के समय सभी लोग मंदिरों में एकत्रित होकर विशेष पूजा करते हैं।
इस दौरान नन्ने मुन्हें बच्चों ने जन्माष्टमी पर्व का आनंद लिया मिठाई खाई। इस मौके पर स्कूल की प्रधानाचार्य सभी अध्यापिकाएं एवं पूरे स्टाफ मौजूद रहा।