हिरणवाड़ा में किसान पाठशाला का आयोजन
SHAMLI। शामली के विकास खंड थानाभवन के ग्राम पंचायत हिरणवाड़ा में मंगलवार को किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और जैविक खेती के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
पुसा डीकम्पोजर के फायदे
सहायक विकास अधिकारी कृषि नीरज कुमार ने किसानों को पुसा डीकम्पोजर कैप्सूल के उपयोग और इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि डीकंपोजर के इस्तेमाल से मिट्टी की उर्वरता और उत्पादकता बढ़ती है। पराली जलाने के बजाय इसे खाद और कंपोस्ट में बदलने से पर्यावरण को नुकसान नहीं होता और मिट्टी में मौजूद उपयोगी बैक्टीरिया और कवक भी सुरक्षित रहते हैं।
जैविक खेती पर जोर
कार्यक्रम में जैविक कीटनाशकों जैसे नीमास्त्र, जीवामृत, घनजीवामृत के उपयोग की जानकारी दी गई। किसानों को गेहूं के प्रमाणित बीजों की गुणवत्ता और उनके उपयोग के फायदे भी समझाए गए।
मशीनीकरण से खेती को बढ़ावा
उप कृषि निदेशक प्रमोद कुमार ने मशीनीकरण के महत्व पर जोर देते हुए गेहूं की बुवाई में सुपर सीडर की उपयोगिता बताई। उन्होंने सरसों की फसल में कीट और रोगों के प्रबंधन के लिए ट्राइकोड्रमा और बिवेरिया बेसियाना जैसे जैविक उपायों की जानकारी दी। साथ ही मल्चर, एमबी प्लाउ, रेक, बेलर जैसे आधुनिक कृषि यंत्रों और “सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन” के तहत हाई-टेक हब फार कस्टम हायरिंग केंद्र की योजनाओं के बारे में भी जानकारी साझा की।
किसानों की भागीदारी
कार्यक्रम में स्थानीय किसान जैसे मेहंदी हसन, हासिम, शाजिद, ब्रह्मदत्त कुमार, साकील, नौशाद, इदरीश, ग्य्युर, सादिक आदि उपस्थित रहे। उन्होंने कृषि संबंधित जानकारियों का लाभ उठाया और अपनी समस्याओं पर चर्चा की।
इस आयोजन का उद्देश्य किसानों को उन्नत तकनीक और जैविक खेती के प्रति जागरूक करना था ताकि वे अपनी कृषि उत्पादकता बढ़ाकर आर्थिक समृद्धि प्राप्त कर सकें।