धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अधिवेशन में गूंजा अखण्ड भारत-हिन्दू राष्ट्र का संकल्प
जहां धर्म वहीं विजय है : स्वामी ज्ञानानंद महाराज
वृंदावन। परिक्रमा मार्ग, कालीदह स्थित अखंड दयाधाम में धर्म रक्षा संघ का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया । इस अधिवेशन में भारत के विभिन्न प्रांतो से धर्म रक्षा संघ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। अधिवेशन का उद्घाटन एवं प्रथम सत्र संतो के आशीर्वचन से प्रारंभ हुआ। जिसमें प्रमुख रूप से गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज, स्वामी गोविंदानंद तीर्थ महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज, पीपाद्वाराचार्य स्वामी बलराम देवाचार्य महाराज, महंत सत्यनारायण दास महाराज, महंत डॉ. आदित्यानंद महाराज, पुराण मनीषी आचार्य कौशिक महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद, साध्वी ध्यानमूर्ति महाराज, स्वामी गोपाल शरण देवाचार्य, महंत मोहिनी बिहारी शरण एवं कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी उपस्थित रहे ।
अधिवेशन के प्रथम सत्र की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज ने की।गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने संबोधन करते कहा कि जहां कृष्ण हैं वहीं धर्म है और जहां धर्म है, वहीं विजय होती है धर्म को लेकर के जिसके भी मन में भी कोई संशय है उसको आज दूर करने की आवश्यकता है । यद्यपि भगवान श्रीरामलला विराजमान हुए हैं माहौल पूरा धर्ममय है यहां तक की मुस्लिम भी हमारे धर्म से आकर्षित होकर के अपने आप को सनातनी बता रहे हैं तथापि कुछ विरोधाभासी विचारों के जो लोग हैं और जिनकी मानसिकता अत्यंत दूषित है, हमें इन बुराइयों को दूर करने और सनातन धर्म को और अधिक से अधिक मजबूत करने का संकल्प लेना है ।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अधिवेशन के प्रथम सत्र के उपरांत द्वितीय सत्र प्रारंभ हुआ जिसमें देश के विभिन्न प्रांतो से आए हुए पदाधिकारी के साथ संगठन के विस्तार एवं कार्य प्रणाली पर चर्चा हुई ।इसके बाद तृतीय एवं समापन सत्र में फूलों की होली एवं रासलीला का आयोजन हुआ।इस अवसर पर धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़, राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बद्रीश महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद, स्वामी सत्यमित्रानंद, स्वामी देवानंद परमहंस, राष्ट्रीय महामंत्री श्रीदास प्रजापति, राष्ट्रीय प्रभारी ठाकुर किरण पाल सिंह, राष्ट्रीय संगठन मंत्री जगदीश गुप्ता, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. मनोजमोहन शास्त्री, आचार्य मृदुलकांत शास्त्री, विष्णु पाठक, बृजेश पाठक, जगदीश शर्मा, मोहित शर्मा, शिवाशंकर चौबे, अमरेश पुंडीर, पारुल गुप्ता, सुषमा अग्रवाल, हरि वर्षा कौशल, नीलम गोस्वामी, डॉ नीतू गोस्वामी, आदि उपस्थित रहे।