नई दिल्ली: इजरायल-हमास जंग से प्रेरित होकर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद एक बार फिर से नापाक साजिश को अंजाम देने की फिराक में जुट गए हैं. सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि ये आतंकी संगठन हमास स्टाइल में कश्मीर में हमला कर सकते हैं. सुरक्षा अधिकारियों ने मंगलवार को सीएनएन-न्यूज18 को बताया कि पश्चिम एशिया में इजरायल-हमास जंग शुरू होने के बाद से पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद भारत के साथ सीमाओं पर आक्रामक तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से लश्कर और जैश को ऐसी ताकतों के रूप में नहीं देखा गया है, जो किसी तीसरे देश के साथ मिलकर लड़ेंगे. सूत्रों ने कहा कि लेकिन अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए उन्हें नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सक्रिय रहना होगा.
पाकिस्तान में अचानक शरणार्थी संकट और तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के हमलों की वजह से लश्कर और जेईएम यानी जैश की उसके घर में ही न केवल जमीन खिसकती नजर आ रही है, बल्कि उसे फंड की कमी से भी जूझना पड़ रहा है. खुफिया एजेंसियों की मानें तो खुद को हमास, हिजबुल्लाह, टीटीपी या टीजेपी के बराबर साबित करने के लिए अब जैश और लश्कर को एलओसी पर बड़ी कार्रवाई करके दिखानी होगी.
एक अधिकारी ने कहा कि सीमा पर पिछले महीने में ड्रोन गतिविधियों में काफी वृद्धि हुई है और वे एक दिन में लगभग दो से तीन ड्रोन उड़ान भर रहे हैं. चूंकि हमारे पास कोई फुलप्रूफ तंत्र नहीं है, इसलिए हर ड्रोन को पकड़ना मुश्किल है. सूत्रों ने कहा कि एक बड़ा बदलाव यह है कि पाकिस्तानी रेंजर्स अंतरराष्ट्रीय सीमा के बहुत करीब आ रहे हैं और अमृतसर की ओर ड्रोन भेज रहे हैं.
एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि यह अंतरराष्ट्रीय सीमा के बहुत करीब से किया जाता है, वे गांव के अंदर तक आते हैं और हथियार और ड्रग्स पहुंचाए जाते हैं. ये ड्रग्स आतंकवाद के लिए धन और आतंकी गतिविधियों के लिए हथियार जुटाने के लिए होते हैं और इन्हें स्थानीय गैंगस्टरों को भी दिए जाते हैं.

शीर्ष खुफिया सूत्रों ने कहा कि भारत के लिए एक बड़ी चिंता यह है कि लश्कर और जैश जम्मू-कश्मीर में हमास जैसे हमलों को दोहरा सकते हैं. सूत्रों ने कहा कि कश्मीर में 60 से अधिक विदेशी आतंकवादी इंतजार कर रहे हैं और उनके ठिकाने अब तक अज्ञात हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में सीमा पर आतंकवादियों ने 2019 की तरह सर्जिकल स्ट्राइक की आशंका में अपने लॉन्चिंग पैड बदल दिए हैं. सूत्रों ने कहा कि लॉन्चिंग पैड भारतीय एजेंसियों की नजरों से दूर अलग-अलग स्थानों पर चले गए हैं.
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Tags: Hamas, Israel, Jammu and kashmir
FIRST PUBLISHED : November 8, 2023, 06:35 IST
