गुलदार का शावक पिंजरे में कैद
बढ़ापुर। बढ़ापुर रेंज के अंतर्गत आने वाले गांव रसूलपुर मुजफ्फरपुर उर्फ मुजफ्फरनगर में बीती रात गुलदार का एक शावक पिंजरे में कैद हो गया जिसे वन विभाग की टीम रेंज कार्यालय ले गई है।
बताया जाता है कि कई माह से गांव रसूलपुर मुजफ्फर के पास खेत – खलिहानों में गुलदार दिखाई दे रहा था। गांव के भीतर पशुशालाओं में भी घुसकर गुलदार कई पशुओं को भी क्षेत्र में मौत के घाट उतार चुका था। गुलदार के लगातार सक्रिय रहने के कारण क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी खौफ बना हुआ था। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए करीब दो माह पूर्व ग्राम प्रधान नासिर हुसैन ने ग्रामीणों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों से गुलदार को पकड़े जाने की मांग की थी। तभी वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ने के लिए गांव के बाहर नवाब पुत्र नियाज के गन्ने के खेत में एक पिंजरा लगा दिया था।पिंजरा लगाए जाने के बाद 2 माह की अवधि में कई बार गुलदार पिंजरे के आसपास घूम कर चला गया था किंतु गुलदार उसमें कैद नहीं हो पाया था। बीती रात उक्त पिंजरे में करीब 8 माह का एक गुलदार का शावक फंस गया।सवेरे खेत स्वामी ने पिंजरे में फंसे गुलदार के शावक को देखकर पुलिस एवं वन अधिकारियों को इसकी सूचना दी। पिंजरे में गुलदार कैद होने की खबर मिलते ही सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। सूचना मिलते ही थाना बढ़ापुर से वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तभी बढ़ापुर रेंज के रेंजर जितेंद्र यादव भी वन कर्मचारियों के साथ खेत में पहुंचे और गुलदार को वहां से वाहन में लाद कर बढ़ापुर रेंज कार्यालय ले गए।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में अभी और गुलदार मौजूद है जो गन्ने के खेतों में छिपे हुए हैं। अभी केवल आठ माह का गुलदार शावक पकड़ा गया है। उन्होंने वन अधिकारियों से अन्य गुलदारों को भी शीघ्र पकड़े जाने की मांग की है।